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ब्रेकिंग: मेरठ में 168 साल पुरानी ऐतिहासिक मस्जिद को आधी रात बुलडोजर से ध्वस्त किया गया

इस मस्जिद को पहले दो दिन पहले बिजली कनेक्शन से वंचित किया गया था और अब इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।

ब्रेकिंग: मेरठ में 168 साल पुरानी ऐतिहासिक मस्जिद को आधी रात बुलडोजर से ध्वस्त किया गया

📍 मेरठ, उत्तर प्रदेश, 22 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक ऐतिहासिक घटना सामने आई है, जहां 168 साल पुरानी मस्जिद को आधी रात बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। इस मस्जिद को पहले दो दिन पहले बिजली कनेक्शन से वंचित किया गया था और अब इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। यह घटना कई सवालों को जन्म देती है, जिसमें धार्मिक सहिष्णुता और सरकारी नीतियों पर गंभीर चर्चा की आवश्यकता है।

घटना का विवरण:

मेरठ में स्थित यह मस्जिद, जो कि लगभग 168 साल पुरानी थी, एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में पहचान रखती थी। जानकारी के अनुसार, पहले सरकार ने मस्जिद का बिजली कनेक्शन काट दिया था और अब उसे ध्वस्त कर दिया गया है। आधी रात में बुलडोजर चलाने का यह कदम एक बड़े विवाद का कारण बन गया है, और इस पर प्रतिक्रिया दी जा रही है कि यह धार्मिक असहिष्णुता को बढ़ावा देने वाला कदम हो सकता है।

सरकार की नीतियों पर सवाल:

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि बुलडोजर की कार्रवाई केवल अवैध निर्माणों पर क्यों नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की इमारतों पर भी हो रही है। इस घटना ने समाज में एकता और भाईचारे की भावना को चोट पहुंचाई है। विशेषज्ञों और समुदाय के नेताओं का कहना है कि सरकार को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि यह केवल एक इमारत को नहीं, बल्कि पूरे समाज के बीच आपसी विश्वास और सद्भावना को नुकसान पहुंचा रहा है।

प्रतिक्रियाएं और आलोचनाएं:

इस घटना को लेकर विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने सरकार के कदम की आलोचना की है। उनका कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से न केवल सामाजिक तनाव बढ़ेगा, बल्कि यह संविधान के तहत धार्मिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के अधिकारों का उल्लंघन भी है।

न्याय की उम्मीद:

अब इस मसले पर पूरे राज्य और देश में चर्चा हो रही है कि क्या इस मस्जिद को गिराने का कदम सही था? क्या यह धार्मिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाने का कारण बनेगा? अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या सरकार इस पर कोई प्रतिक्रिया देती है और क्या इस मसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी।

📞 रिपोर्ट: एलिक सिंह (संपादक)
📞 संपर्क: 8217554083
📞 जिला प्रभारी (BJAC) भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद्

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